संभरानी कप

सनातन धर्म में संध्या करने की विशेष परंपरा रही है. इसके लिए देसी गाय के गौवर से बने कंडे पर गाय का घी, कपूर, गूगल या लोबान आदि का धुंआ शाम की पूजा के बाद पूरे घर में किया जाता है. माना जाता है कि इसके धूंए से घर में सकारात्मक ऊर्जा निरंतर बनी रहती है साथ ही इसके धूंए से रोगाणु खत्म हो जाते हैं.

गौपैथी ने इन्ही सब औषधियों के मिश्रण से इस कप को तैयार किया है. बाजार में बिक रहे अधिकांश संभरानी कप हानिकारक चारकोल से बनते हैं, जिनके लगातार प्रयोग से लाभ की जगह हानि भी हो सकती है.

पैकिंग : 12 कप (1 बाक्स)
कीमत : 120 रुपए

 

संभरानी कप बनाने की विधि :


संभरानी कप के 10 पैकेट के आर्डर पर कोरियर चार्ज फ्री